
Index
- 1 इंटरनेट क्या है | इंटरनेट का मालिक कौन है |
- 1.1 Internet kya hai in hindi
- 1.2 Internet क्या है what is internet in Hindi
- 1.3 History of the Internet in Hindi (इंटरनेट का इतिहास)
- 1.4 INTERNET full form ? INTERNET का फुल फॉर्म क्या है?
- 1.5 Full-Form of INTERNET in Hindi –
- 1.6 इंटरनेट कब शुरू हुआ | इंटरनेट किसने शुरू किया |
- 1.7 इंटरनेट कैसे काम करता है
- 1.8 इंटरनेट कितने प्रकार के है |
- 1.9 1. LAN लॅन
- 1.10 2. MAN मॅन
- 1.11 3. WAN वॅन
- 1.12 Wireless connection क्या है
- 1.13 Mobile internet connection : –
- 1.14 मोबाइल Internet computer मे कैसे connect करे |
- 1.15 Internet का उपयोग : –
- 1.16 Internet के disadvantages : –
- 1.17 India मे इंटरनेट कब शुरू हुवा |
- 1.18 History of the internet in India
- 1.19 Article का Conclusion :-
इंटरनेट क्या है | इंटरनेट का मालिक कौन है |
internet kya hai in english
आज इंटरनेट ने पुरे विश्व को अपने चपेट मे ले लिया है | ये एक ऐसा माध्यम है |
जिससे बिना weapon के पुरा विश्व की जितने की ताकद है |
आज की नई दुनिया का विराट रूप है इंटरनेट |
इसकी वजह से मनुष्य के हाथ मे पुरा विश्व आ गया है |
जब चाहे कोई भी चीज आसानी से पुरी हो जाती है |
इंटरनेट एक अल्लादिन के चिराग की तरह है |
जो चाहे search करो कुछ ही second मे हमारे सामने वो information हाजिर हो जाती है |
जब टीव्ही आया था | कई विचारवंतो ने उसे नशा कहा था |
लेकीन इंटरनेट तो नशीला, मादक और प्रभावशाली भी है |
internet अमृत भी है और विष भी |
इससे शिक्षा भी मिलती है और अश्लिलता भी |
internet ज्ञान का भंडार भी है और विनाश का भी |
की आप उसका इस्तेमाल कैसे करते है |
Internet उसके उपयोगिता पर निर्भर करता है |
लेकीन इसके नुकसान से ज्यादा मुझे मेरी नजर से फायदे ही नजर आते है |
इंटरनेट नेटवर्को का नेटवर्क है | इंटरनेट एक computer का जाल है |
सभी दुनिया के computer एक दुसरे से internet से जुडे हुये है |
इसही हम इंटरनेट कहते है | पुरे computer के जाल के समूह को इंटरनेट कहा जाता है |
आर्मी के बाद कभी नेटवर्किंग वाले ही देश को चलाते है |
ऐसा मै कहू तो ये शायद गलत नही होगा |
इसके लिये मे आपको एक example देता हू | इससे आप कहेंगे जी हा ये बात सही है |
Internet kya hai in hindi
NSE और BSE ये और इसके जैसे बहुत सारी Exchange पुरी दुनिया मे है |
समज लो technical या फिर मानव निर्मित गलती से इन exchange की website कभी थोडी देर तक बंद हो गई तो |
Investors का कई करोड रुपये का नुकसान हो जाएगा |
कई दिनो तक बंद रही तो कई हजार करोडो का नुकसान हो जाएगा |
इसकी वजह से पुरे world की Economy को धक्का लग सकता है |
क्योंकी ये सब इंटरनेट से एक दुसरे से connect है |
ऐसा कभी होगा नही क्योंकी पहले से ही उन्होने इसकी व्यवस्था कर रखी है |
लेकीन संभावना हो सकती है | इसे हम झुटला नही सकते |
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Internet क्या है what is internet in Hindi
intranet kya hai
अभी Lock down का ही देख लो ऐसा किसी ने सोचा था |
की कोरोंना virus की वजह पुरी दुनिया का करोबार थम जाएगा | लेकीन हो गया |
दुनिया का कई जगह शुरू होगा लेकीन इंडिया तो 24 march 2020 से पुरी तरह से लोक down है |
ये हमारे हाथ मे नही है|
हम internet 10-12 सालो से कर रहे है लेकीन आप को कभी ये सवाल जरूर सताता होगा |
ये कैसे चलता है| ये कब शुरू हुवा | इंटरनेट कैसे शुरू हुवा | इसका मालिक कौन है |
इसका जवाब आपको आज इस article मिल जाएगा |
History of the Internet in Hindi (इंटरनेट का इतिहास)
Second world war के बाद अमेरिका और सोव्हियत यूनियन के बीच cold वार शुरू था |
Economic और military Competition के साथ साथ विज्ञान स्तर पर भी बड़ी Competition थी |
अमेरिका से better संशोधन करने जैसे सोव्हियत यूनियन ठाण ही लिया था |
इसी part के अंतर्गत 4 October 1957 मे सोव्हियत यूनियन ने sputnik नामक satellite लाँच कर दिया |
उसमे वो success भी हो गये | ये Earth से 560 mile दूर गया था |
successfully massage send कर रहा था | इस success की वजह से अमेरिका हिल गया |
सोव्हियत यूनियन हमारे आगे research मे निकल जाएगा ऐसा अमेरिका लगने लगा |
दुसरी और अमेरिका ने भी research शुरू कर दिया |
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INTERNET full form ? INTERNET का फुल फॉर्म क्या है?
Full-Form of INTERNET in Hindi –
Interconnected network – इंटरकनेक्टेड नेटवर्क.
अमेरिका ने इसके तहत एक संस्था का निर्माण किया |
उस संस्था का नाम था ARPA आर्पा (Advanced Research Projects Agency) |
ये था इंटरनेट का जन्म स्थान | और ये साल था 1969 | इसीको ही आर्पानेट भी कहा जाता था |
अमेरिका को डर था को रशिया उसका communication center bomb गिराकर destroy न कर दे |
इसके डर से अमेरिका ने पहले 4 center शुरू किये | ये center एक दुसरे से connect किये थे |
रशिया कभी एक destroy भी कर दिया तो 3 center बच जाएंगे |
यही आर्पानेट cold war खत्म होने के बाद अमेरिका ने University को use करने की permission दी |
आर्पानेट यहा बहुत बडा बनता गया |
और ये इतना बडा हो गया की 1969 मे केवल 4 center शुरू थे लेकीन 1995 मे center 50 lakh से भी ज्यादा हो गये |
इसेही हम server कहते है | अभी 50 % से center (server) अमेरिका से बाहर है |
इंटरनेट कब शुरू हुआ | इंटरनेट किसने शुरू किया |
growth of internet in hindi
अगर हम इंटरनेट के owner या internet inventors की बात करे तो
Robert E. Kahn और Vint Cerf ये दो नाम सबसे पहले आते है |
लेकीन internet बनाने में सिर्फ दो व्यक्तियों का योगदान नही है |
इसके विकास में कई लोगो ने अपना योगदान दिया है.सर्न के Engineer टीम बर्नर ली ने 1990 मे इंटरनेट शुरुवात की |
सर्न organization ने 30 april 1993 से इंटरनेट की concept सब की लीये publicly open कर दी |
Tim Berners-Lee ने World Wide Web (WWW) का अविष्कार किया |
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इंटरनेट कैसे काम करता है
अभी जो भी computer एक दुसरे से जुडे है | उन्हे एक unique IP Address होता है |
इस IP Address से us computer की पहचान होती है | जैसे हम फोन करते है तो ये एक दुसरे से जुडे होते है |
वैसे ही computer internet से एक दुसरे से TCP/IP के माध्यम से जुडे है | उन्हे ISP service देता है |
इसकी मदत से हम उन्हे एक दुसरे से connect रखने मे मदत करते है |
internet को अपने computer मे cable या फिर वायरलेस के माध्यम से जोडते है |
ये कनेक्शन जब हो जाता है | तब हम internet से connect हो जाते है |
इस प्रकिया को हम ऑनलाइन आना भी कहा जाता है | आज इंटरनेट पर 1.5 Billion live है |

इंटरनेट कितने प्रकार के है |
structure of internet in hindi
Types of internet
types of the internet in Hindi
1. LAN लॅन
जब दो या दो से ज्यादा computer या फिर device होते है |
जैसे की hub, ब्रिज, switches, routers एक room, एक building या फिर एक specific campus से जुडे है |
तो उस नेटवर्क को LAN network कहा जाता है |
इसकी मर्यादा की बात की जाये तो एक रूम से लेकर एक यूनिवर्सिटी तक इसका क्षेत्र हो सकता है |
2. MAN मॅन
जब दो या दो से ज्यादा computer या फिर device जैसे की hub, ब्रिज, switches, routers ये Geographic बहुत दूर है |
लेकीन वे एक ही शहर मे है | तो वो नेटवर्क MAN network कहलाता है |
3. WAN वॅन
जब दो या दो से ज्यादा computer या फिर device या फिर दो या दो से ज्यादा अलग अलग नेटवर्क Geographic बहुत दूर है |
और अलग शहर मे है | और वो internet से connect है |
तो वो WAN network से जुडा है ऐसा हम कह सकते है |
लॅन का एरिया बहुत कम होने की वजह से खर्चा कम आता है |
लेकीन मॅन और वॅन का एरिया ज्यादा होने की वजह से खर्चा ज्यादा आता है |
क्योंकी इसके लिये शेकडो, हजारो, किलोमीटर की फायबर optic cable का जाल बिछाना पडता है |
पुर शहर या फिर state, country और कभी कभी अलग अलग
country मे भी ocean के भीतर से फायबर optic जाल लगता है |
इस नेटवर्क वजह से ही हमारा internet आज सही सलामत चलता है |
ये थे इंटरनेट के प्राथमिक प्रकार लेकीन आज जो real रूप से use किया जाते है |
और इन words का use generally करते है | हम सब जानते भी है |
इंटरनेट connection के और भी प्रकार है | जिसके बारे हम जानने वाले है |
Dial Up connection : – Dial-up connection क्या है
सबसे पहले और basic internet connection है |
इस connection मे एक टेलिफोन लाइन बहुत सारे user से connected होती है |
और जिस pc से ये connected होती है उसमे इंटरनेट access होता है |
wire एक मोडेम कनेक्ट होता है |
इस मोडेम से अॅनलॉग सिग्नल को डिजिटल मे convert किया जाता है |
सब एक टेलीफोन नेटवर्क के जारिये success होता है |
ये इंटरनेट सस्ता भी होता है speed मे slow भी |
इसकी जो स्पीड 28k से लेकर 56k तक होती है |
DSL Connection – DSL connection क्या है |
DSL एक wired कनेक्शन होता है |
ये वायर transitions का काम करती है |
DSL का फूल फॉर्म है – Digital Subscriber Line
जब ये कनेक्शन आपके computer से connect होता है तो इस line से phone बिलकुल फ्री होता है |
इस कनेक्शन की स्पीड 128k से लेकर 8 mbps तक होती है |
Fiber optic connection:-
ये Fiber Optic Cable direct आपके ऑफिस या फिर घर तक आती है |
fiber optic एक बेहतरीन इंटरनेट कनेक्शन होता है | इसका स्पीड बहुत ज्यादा होता है |
दुसरे कनेक्शन के मुकाबले |और ये कनेक्शन stable, Efficient और Reliable कनेक्शन होता है |
Fiber Optic Cable connection 1 Gbps तक का इंटरनेट स्पीड देने मे सक्षम होते है |
इस Fiber Optic Cable से light से डाटा carry करके electronic signal को रूप भेजती है |
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Wireless connection क्या है
सीधी भाषा मे कहा जाये तो ये इसे हम wifi कहते है |
इसमे कोई wire का use नही किया जाता |
ये इंटरनेट से connect होने के लीये रेडियो frequency का use करती है |
इसकी range एरिया से कही से भी access किया जा सकता है |
इसका speed 5mbps से 20 mbps तक होता है |
Mobile internet connection : –
अभी सबसे ज्यादा use होने वाला इंटरनेट connection है |
अपने मोबाइल पर use किये जानेवाले इंटरनेट को हम मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन कहते है |
ये पहले 2G था | 2016 मे Jio ने 3G इंटरनेट शुरू किया था |
इसकी speed 2.0 mbps तक होती थी |
लेकीन अभी सभी लोग 4G internet कनेक्शन का use करते है |
और इसका speed बहुत ज्यादा है |
जो की 100 mbps तक होती है |
लेकीन असल हमे मे 21 mbps तक स्पीड user को मिलती है |
मोबाइल Internet computer मे कैसे connect करे |
How to connect mobile internet on pc/computer
मोबाइल का इंटरनेट computer पर use करने के दो तरिके है |
1. cable through : –
इसमे आपको internet computer मे connect करणे के लिये |
अपनी डाटा cable या फिर charger की cable adapter से अलग करके direct computer से connect करे |
फिर मोबाइल के setting मे जाकर more पर क्लिक करो |
बाद मे tethering& portable hotspot पर click करे |
यहा पे आप USB tethering पर क्लिक करना है |
लेकीन हा आपको cable को computer से connect रखना है | तभी ये option work करेगा |
2. WIFI through : –
इस तरिके से आपको इंटरनेट use करना है तो आपको USB device को purchase करना होगा |
और उसे अपने computer मे install करना होगा |
सिर्फ अपने mobile से hotspot on करना होगा |
वो hotspot direct आपके computer से connect हो जाएगा |
और आपके mobile internet computer से connect हो जाएगा |
Internet का उपयोग : –
internet kya hai iska upyog
आज कल इंटरनेट का ज्यादा उपयोग लोग social मीडिया पर active रहने के लिये करते है |
इससे आप मेल send-receive करना | ऑनलाइन जानकारी हासिल करना |
जो चाहे वो जानकारी आप इंटरनेट से हासिल कर सकते है |
इंटरनेट से हम आसानी से Audio, Video, Document को हासिल कर सकते है |
internet से हमं Facebook, whatsapp, Twitter जैसे कोई application को use कर सकते है |
uses of internet in hindi
abhi online Education का trends है |
आज online services, online banking, online shopping,
online recharge, online movies, ticket booking, ये सब इंटरनेट से ही possible होते है |
Video calling भी इंटरनेट की वजह से possible है |
Internet के disadvantages : –
- इसका सबसे बडा नुकसान ये है की इसकी सभी को इंटरनेट की आदत लग गई है |
- Internet पर कोई गलत video viral होने की वजह से समाज मे विघातक काम होते है |
- इंटरनेट की वजह से फिशिंग जैसे फ्रौड होते है | इससे लोगो को फसाया जाता है |
- Hacker कभी कबी computer को hack करके आपका डाटा चुरा ले सकता है |
- Computer जो virus आता है वो internet के जरिये ही आता है |
India मे इंटरनेट कब शुरू हुवा |
History of the internet in India
अमेरिका मे 1969 मे ही first लेवल पे इंटरनेट का उसे शुरू हुवा था |
सबसे पहले इंडिया मे ईआरनेट Education और अनुसंधान क्षेत्रो के लिये इसका उपयोग शुरू किया जाता था |
ईआरनेट Indian government के Electronic और भाषा विभाग
तथा युनायटेड नेशन्स development प्रोग्राम का संयुक्त उपक्रम था |
इस टाइम 8000 से अधिक scientist और technician इस ईआरनेट का use किया जाने लगा |
India मे internet की सही शुरुवात 1995 हुई |
14 ऑगस्ट 1995 को व्यावसायिक रूप से
विदेश संचार निगम लिमिटेड ( VSNL ) ने इंटरनेट की सेवा देना शुरू किया |
ये इंटरनेट का अधिकार सबसे पहले Delhi स्थित NIC को दिया गया था |
मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बंगळूर और पुणे मे इंटरनेट के नोड स्थापित किये |
अमेरिका, जपान, इटली आदि country के कंपनी से
समझोता करके देश के प्रमुख शहरो मे इंटरनेट सर्विस देना शुरू किया |
इस समय India मे तीन सरकारी agency internet की सर्विस देती थी |
1. दूरसंचार विभाग
2. महानगर टेलिकॉम निगम लिमिटेड
3. विदेश संचार निगम लिमिटेड
1991 के उदारीकरण नीती ने इंटरनेट क्षेत्र मे निजी कंपनी के प्रवेश का रास्ता खोल दिया |
और पुरे देश जो इंटरनेट world के 136 country से connected हो गये थे |
1998 मे VSNL के internet provider के अधिकार निकाल के private ISP को दे दिया गये |
22 November 1998 को सत्यम इन्फो को ये internet provide करने अधिकार प्रदान किये गये
Article का Conclusion :-
Guys मैने आपको यहा इस article मे internet क्या है | ये पुरा बताने की कोशिश की है |
types of internet
इस article मे Internet क्या है ये आपको समझ गया होगा ये आशा करता हू |
अगर आपको कोई भी doubt है तो आप comment बॉक्स मे पुछ सकते है |
दोस्तो अगर आपको ये article पसंत आया है |
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